बंद करना

    प्राचार्य

    शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है जिसका उपयोग हम दुनिया को बदलने के लिए कर सकते हैं। प्रत्येक व्यक्ति में उसकी क्षमता होती है। उपलब्ध सुविधाओं के अनुरूप ही व्यक्ति पूर्णता की ओर अग्रसर होता है। पूर्णता तक पहुँचने के लिए व्यक्ति को अपनी इच्छा, समर्पण, संसाधनों और वातावरण की आवश्यकता होती है। विद्यालय/संस्थान और परिवार पर्यावरण के लिए जिम्मेदार हैं और वे व्यक्ति को संसाधन उपलब्ध करा सकते हैं। किसी व्यक्ति के लिए इच्छा और भक्ति दो महत्वपूर्ण चीजें हैं। इच्छा के बिना शिक्षण सीखने की प्रक्रिया संभव नहीं है और समर्पण के बिना सीखना कल्पना से परे है। हम कह सकते हैं कि दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। यदि ये चीजें उपलब्ध हैं तो व्यक्ति को अपना लक्ष्य निर्धारित करना होगा और उसके अनुसार आगे बढ़ना होगा। बिना लक्ष्य के सही दिशा में या सही भावना से प्रयास नहीं किया जा सकता। अपेक्षित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमें अपने परिवेश में उपलब्ध सभी संसाधनों का उपयोग करना होगा। प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया दोनों का अपना-अपना महत्व है। आजकल दोनों मीडिया के पास बड़ी मात्रा में रेडीमेड जानकारी उपलब्ध है। हम उन सभी का इष्टतम उपयोग कर सकते हैं। मैं लोगों का बहुत आभारी रहूंगा यदि वे इन शब्दों का पालन करें और सर्वशक्तिमान की कृपा से जीवन में सफल हों।